You're all caught up—no notifications available.
Explore All Exams at KGS
All Exams
Explore All Exams at KGS
Khan Sir Courses
Geography I Polity I History | World Map I Indian Map I Economics I Biology
UPSC & State PSC
UPSC I BPSC I UP-PSC I MP-PSC
State Exams
UP I Bihar I MP | Rajasthan
NEET | JEE | CUET | Boards
NEET | JEE | CUET | Boards
Defence Exams
NDA I CDS I CAPF I AFCAT I SSB I Agniveer
Police Exams
UP SI | Bihar SI | Delhi Police | UP Constable
SSC Exams
CGL I CPO I CHSL I MTS I SSC GD I Delhi Police
Foundation Courses
Physics I Chemistry I Biology I History I Geography I Polity I NCERT I Math I English | Map I Reasoning
Railway Exams
RRB | RPF
Teaching Exams
TET | Teaching | UGC
Banking Exams
SBI | RBI | IBPS
Engineering Exams
Civil | Electrical | Mechanical
News Highlights provides you with the best compilation of the Daily News Highlights taking place across the globe: National, International, Sports, Science and Technology, Banking, Economy, Agreement, Appointments, Ranks, and Report and General Studies
1.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा यूट्यूब यूब पर अश्लील सामग्री के नियमन की वकालत करने के बाद केंद्र सरकार ने गुरुवार को ओटीटी प्लेटफार्मों को आचार संहिता का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया। यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया द्वारा 'इंडियाज गाट लैटेंट' शो पर अश्लील चुटकुला सुनाए जाने से उत्पन्न विवाद के बीच सरकार ने ओटीटी प्लेटफार्म से कहा है कि वे कानून द्वारा प्रतिबंधित सामग्री का प्रसारण न करें। ओटीटी (ओवर-द-टाप) मंचों और स्व-नियामक संस्थाओं को जारी परामर्श में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने उन्हें सामग्री प्रकाशित करते समय आइटी (सूचना प्रौद्योगिकी) नियम-2021 के तहत निर्धारित आचार संहिता का सख्ती से पालन करने को कहा है। इसमें सामग्री के आयु-आधारित वर्गीकरण का कड़ाई से पालन करना भी शामिल है। मंत्रालय ने ओटीटी मंचों के स्व नियामक संस्थाओं को आचार संहिता के उल्लंघन पर कार्रवाई करने को भी कहा है।
2.
हाल में जारी इंडियाज ग्रेजुएट स्किल इंडेक्स-2025 की रिपोर्ट चिंतित करने वाली है। इसकी मानें तो भारतीय स्नातकों को कौशल की कमी के चलते नौकरी नहीं मिल रही है। रिपोर्ट बताती है कि करियर में सफलता के लिए 55.1 प्रतिशत संचार कौशल, 54.6 प्रतिशत क्रिटिकल थिंकिंग और 54.2 प्रतिशत विश्लेषणात्मक क्षमता की आवश्यकता होती है, लेकिन क्या हमारी शिक्षा प्रणाली इन कौशलों को विकसित करने पर ध्यान दे रही है? रोजगार पैदा करने के लिए सिर्फ योजनाएं बनाना काफी नहीं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को मौलिक रूप से बदलने की जरूरत है। क्यों न हमारी शिक्षा प्रणाली को इस तरह से विकसित किया जाए कि हर छात्र को नौकरी के लिए मोहताज न होना पड़े, बल्कि वह अपने कौशल के दम पर खुद रोजगार पैदा कर सके।
3.
पिछली सदी के अंतिम दौर में अस्तित्व में आने के बाद इस सदी के आरंभ में वैश्विक स्तर पर आइटी उद्योग में व्यापक उछाल देखने को मिला। कुछ वर्षों पूर्व कोरोना समेत कई अन्य कारणों से आइटी एवं संबंधित उद्योगों को झटका लगना शुरू हुआ, जिससे ये अभी तक पूरी तरह से उबर नहीं पाए हैं। इस बीच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने और धीरे-धीरे अनेक विधाओं में छाने के बाद से तमाम तरह की आशंकाएं जन्म ले रही हैं। वहीं एआइ से नौकरियों के अवसर बढ़ने की भी संभावना जताई जा रही है, परंतु फिलहाल एक अनिश्चितता वाली स्थिति दिख रही है।
4.
भारत 2047 तक 23 ट्रिलियन से 35 ट्रिलियन डालर की अनुमानित जीडीपी के साथ उच्च आय वाला देश बन जाएगा। बेन एंड कंपनी और नैस्काम की रिपोर्ट के मुताबिक, 2047 तक भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में सेवा क्षेत्र का योगदान 60 प्रतिशत होने का अनुमान है जबकि मैन्यूफैक्चरिंग का योगदान 32 प्रतिशत होगा। ये दोनों ही सेक्टर आर्थिक विकास के महत्वपूर्ण चालक बनकर उभरेंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले दशकों में लगभग 20 करोड़ लोग कार्यबल में शामिल होंगे और इस दौरान भारत के पास उच्च मूल्य वाली नौकरियों के सृजन को बढ़ावा देने का एक अनूठा अवसर है। इसमें कहा गया है कि एक क्षेत्रीय प्रौद्योगिकी रोडमैप इस परिवर्तन को सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
5.
माउंट एवरेस्ट के ऊपरी भाग में बर्फ का आवरण 150 मीटर तक कम हो गया है। यह सर्दियों के इस मौसम में जमी बर्फ में कमी का संकेत है। शोधकर्ताओं के विश्लेषण के बाद यह जानकारी सामने आई है। अमेरिका के निकोल्स कालेज में पर्यावरण विज्ञान के प्रोफेसर और ग्लेशियर का अध्ययन करने वाले मौरी पेल्टो ने दो फरवरी को ब्लाग पोस्ट में लिखा, अक्टूबर 2023 से जनवरी 2025 की शुरुआत तक अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी 'नासा' के उपग्रह चित्रों के विश्लेषण से 2024 और 2025 दोनों में जनवरी तक 'हिम रेखा' में वृद्धि की संभावना के बारे में पता चला है। 'हिम रेखा' उस सीमा या ऊंचाई को दर्शाती है जिसके ऊपरी भाग पर सदैव बर्फ जमी रहती है। 'बढ़ती हुई बर्फ रेखा' में कम ऊंचाई पर ही बर्फ पिघलती है। यह गर्म जलवायु का संकेतक है। पेल्टो ने कहा कि हाल की सर्दियों में गर्म और शुष्क मौसम बना हुआ है। इनमें 2021, 2023, 2024 और 2025 की सर्दियां भी शामिल हैं, जिसके कारण बर्फ का आवरण कम हो रहा है, हिम रेखाएं ऊंची हो रही हैं।
NCERT Books
Resources
We love learning. Through our innovative solutions, we encourage ourselves, our teams, and our Students to grow. We welcome and look for diverse perspectives and opinions because they enhance our decisions. We strive to understand the big picture and how we contribute to the company’s objectives. We approach challenges with optimism and harness the power of teamwork to accomplish our goals. These aren’t just pretty words to post on the office wall. This is who we are. It’s how we work. And it’s how we approach every interaction with each other and our Students.
Come with an open mind, hungry to learn, and you’ll experience unmatched personal and professional growth, a world of different backgrounds and perspectives, and the freedom to be you—every day. We strive to build and sustain diverse teams and foster a culture of belonging. Creating an inclusive environment where every students feels welcome, appreciated, and heard gives us something to feel (really) good about.
Get Free academic Counseling & Course Details